ट्रंप जेलेंस्की तीखी बहस – किसे होगा फायदा

डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के बीच शुक्रवार को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफ़िस में हुई मुलाक़ात तीखी बहस में तब्दील हो गई

ट्रंप ने आरोप लगाया कि ज़ेलेंस्की शांति नहीं चाहते हैं और अगर वो समझौता नहीं करेंगे तो अमेरिका इस जंग से बाहर हो जाएगा.

ट्रंप ने ये दावा भी किया कि यूक्रेन रूस के साथ जंग में जीत हासिल नहीं कर सकता है.

ट्रंप ने ज़ेलेंस्की पर अमेरिका और अमेरिकी लोगों का अनादर करने का आरोप भी लगाया. वहीं ज़ेलेंस्की ने कहा, “हम गारंटी के साथ युद्ध विराम चाहते हैं.”

पृष्ठभूमि

यूक्रेन और रूस के बीच जारी संघर्ष ने वैश्विक समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है। यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए अमेरिका ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसमें आर्थिक और सैन्य सहायता शामिल है। इस बैठक का उद्देश्य संघर्ष विराम और शांति स्थापना के लिए संभावित समाधान खोजना था।

बैठक की शुरुआत

व्हाइट हाउस पहुंचने पर राष्ट्रपति ट्रंप ने जेलेंस्की का स्वागत किया। शुरुआती बातचीत सौहार्दपूर्ण रही, जिसमें दोनों नेताओं ने संघर्ष के समाधान के लिए विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। हालांकि, वार्ता के अंतिम 10 मिनट में माहौल बदल गया और बातचीत तीखी बहस में परिवर्तित हो गई।

ट्रंप ने आरोप लगाया कि ज़ेलेंस्की शांति नहीं चाहते हैं और अगर वो समझौता नहीं करेंगे तो अमेरिका इस जंग से बाहर हो जाएगा। ट्रंप ने ये दावा भी किया कि यूक्रेन रूस के साथ जंग में जीत हासिल नहीं कर सकता है।ट्रंप ने ज़ेलेंस्की पर अमेरिका और अमेरिकी लोगों का अनादर करने का आरोप भी लगाया. वहीं ज़ेलेंस्की ने कहा, हम गारंटी के साथ युद्ध विराम चाहते हैं।

युद्ध विराम पर क्या बोले ज़ेलेंस्की
ट्रंप ने ज़ेलेंस्की से कहा कि अगर युद्ध विराम होता है तो यूक्रेन को तुरंत उसे स्वीकार करना चाहिए।

ट्रंप ने कहा, “अगर युद्ध विराम की संभावना बनती है तो यूक्रेन को तुरंत उसे स्वीकार करना चाहिए ताकि गोली चलना बंद हो पाएं.”

ज़ेलेंस्की ने भी कहा कि वो जंग को रोकना चाहते हैं.

लेकिन ट्रंप ने बीच में ही रोका और कहा, “लेकिन आप कह रहे हैं आपको युद्ध विराम नहीं चाहिए.”

इसके जवाब में ज़ेलेंस्की ने कहा, “हमें युद्ध विराम की डील गारंटी के साथ चाहिए.”

ट्रंपऔर ज़ेलेंस्की के बीच जब बहस हो रही थी उस दौरान अमेरिका में यूक्रेन की राजदूत ओक्साना मार्कारोवा बेहद तनाव में थीं.

ओवल ऑफ़िस से सामने आए वीडियो में यूक्रेनी राजदूत अपना हाथ माथे और चेहरे पर रखे हुए हैं. ओक्साना ओवल ऑफ़िस में दोनों नेताओं के नज़दीक ही बैठी थीं और उनकी चिंता को दुनिया के मीडिया के कैमरे ने क़ैद कर लिया.

ज़ेलेंस्की दोनों देशों के बीच कीमती खनिजों पर समझौते के लिए अमेरिका दौरे पर गए थे लेकिन ये समझौता अब खटाई में पड़ गया है.

 यहां तक कि दोनों नेताओं के बीच हुई तीखी बहस की वजह से मुलाक़ात के बाद होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी रद्द कर दिया गया और ज़ेलेंस्की को व्हाइट हाउस से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।

मुलाक़ात के बाद ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट शेयर कर ज़ेलेंस्की पर कई आरोप लगाए.

ट्रंप ने कहा, “मुलाक़ात में कई बातें सामने आईं. लेकिन राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की शांति के लिए तैयार नहीं हैं क्योंकि अमेरिका इसमें शामिल है. मुझे कोई फ़ायदा नहीं चाहिए मैं सिर्फ़ शांति चाहता हूं.”

ट्रंप ने कहा, “उन्होंने अमेरिका का अपमान किया है. अगर वो शांति चाहते हैं तो यहां वापस आ सकते हैं.”

इस घटना के बाद सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करके ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन शांति चाहता है.

उन्होंने लिखा, “शुक्रिया अमेरिका, शुक्रिया आपके समर्थन के लिए, शुक्रिया इस दौरे के लिए, शुक्रिया अमेरिकी राष्ट्रपति, कांग्रेस और अमेरिकी जनता. यूक्रेन सिर्फ़ और सिर्फ़ शांति चाहता है और हम उसी के लिए काम कर रहे हैं.”

वहीं उन्होंने अमेरिकी टीवी चैनल फ़ॉक्स न्यूज़ को इंटरव्यू भी दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि ओवल ऑफ़िस में दुनिया के मीडिया के सामने जो हुआ वो ‘अच्छा नहीं था.’

हालांकि इस दौरान उन्होंने ये भी उम्मीद जताई कि उन्हें पूरा भरोसा है कि ट्रंप के साथ उनके रिश्ते को बचाया जा सकता है.

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